Sunday, May 24, 2020

love

जब ननद (पति की बहन)   ससुराल से पीहर आती है तो उसकी भाभी उसकी तरफ मुंह मोड़ ती  है और मन में दुखी होती है क्योंकि वह जब भी आती है तो दो ₹4000 अपने पति के खर्च करवाती है पति के पास इतनी आमदनी नहीं होती है घर का खर्चा ही मुश्किल से चल पाता है ऐसे में दर्द को भी लेना देना पड़ता है इसी कारण से भाभी मन में दुखी होती है लेकिन इसका समाधान है इसका समाधान यही है की विवाह शादियों में बिना दहेज के शादियां की जाए और यह लेनदेन की प्रथा समाप्त की जाए क्योंकि लेनदेन के चक्कर में है गरीब परिवार उजड़ जाते हैं जब ए बेटी को 20 वर्ष की करके ससुराल भेजने वाला पिता सब कुछ है बैटरी के लगा देता है तो उसके पास देने के लिए क्या बचता है यह सबकी अपनी अपनी सोच होती है नहीं तो ना नदी भी अपने घर की मालिक ना होती है उसको भी तो पता होता है कि पैसा इतने कठिन कमाया जाता है फिर ननद भी अपने भाई से पैसा नहीं मांगेगी और इज्जत के साथ आएगी और इज्जत के साथ ही चली जाएगी जब बहन बेटियों को दहेज देना  बंद करेंगे तो प्यार बढ़ेगा दहेज समाज का दुश्मन है

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Marriage

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