Tuesday, June 23, 2020

jagnnath bhagwan

जोत निरंजन ने कबीर परमात्मा से कलयुग में जगन्नाथ पुरी का मंदिर बनवाने का वादा किया था जी हां यह बात चाहे अटपटा लगे लेकिन कबीर सागर में प्रमाण है इसे तो चारों वेदों में भी प्रमाण है कुरान शरीफ में और बाइबिल में गुरु ग्रंथ साहिब में भी प्रमाण है कि वह परमात्मा कबीर देव है उसे सृष्टि के मालिक ने ही जोत निरंजन के प्रार्थना करने पर उड़ीसा में जगन्नाथ भगवान का मंदिर बनवाया था जब समुद्र बार-बार जगन्नाथ मंदिर को तोड़ रहा था और बोल रहा था की राम अवतार में राम ने मुझे मारा मुझे धमकाया पीटा इसका बदला लेने के लिए मैं इसके मंदिर को तोड़ रहा हूं फिर कबीर साहिब ने एक ऋषि का वेश बनाकर उस समुद्र के सामने चबूतरा बनाकर भक्ति करने बैठे हो और समुद्र को कहा कि अब मेरा हुक्म है कि आप समुद्र नहीं तोड़ोगे मेरे हुकम से आप द्वार क्या खोजा करंट वह दो वहां पर कोई नहीं रहता है तब समुद्र में भगवान की द्वारका को नष्ट कर दिया था जगन्नाथ पुरी के मंदिर में मूर्ति पूजा का कोई विधान नहीं था  मूर्ति सिर्फ दर्शनार्थ  लगाए जाने थे  परमात्मा कबीर देव ने  एक शिल्पकार का रूप बनाकर मूर्ति की रचना भी उन्होंने ही की थी बीच में गोरखनाथ आ गए थे  और उन्होंने  कार्य कर को बीच में ही दखल बाजी दे दी इससे वह मूर्ति अधूरी रह गई थी अधिक जानकारी के लिए padhiye Pustak Gyan Ganga वह देखिए साधना टीवी 7:30 से 8:30 और शाम  #History_Of_JagannathTemple

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